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Chhath Puja in Chhattisgarh 2025: महादेव घाट में उमड़ा आस्था का सैलाब, डूबते सूर्य को दिया पहला अर्घ्य

🕉️ CGSB News | छत्तीसगढ़ में छठ पूजा 2025 का भव्य आयोजन

रायपुर। CGSB News: चार दिवसीय छठ महापर्व के तीसरे दिन सोमवार को महादेव घाट स्थित खारून नदी तट पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। हजारों श्रद्धालुओं ने डूबते सूर्य को पहला अर्घ्य देकर सूर्य उपासना की शुरुआत की। घाट पर छठ मैया के जयकारों और पारंपरिक गीतों की गूंज से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा।


🌅 डूबते सूर्य को अर्घ्य और छठ गीतों की गूंज

सोमवार शाम व्रती महिलाओं ने महादेव घाट पहुंचकर वेदी पर दीप जलाए और विधि-विधान से छठ मैया की पूजा-अर्चना की। परंपरागत छठ गीतों के बीच व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया और फल-फूल से सजे दौरे लेकर अपने घरों की ओर प्रस्थान किया।

इस दौरान बनारस से आए पंडितों द्वारा खारून मैया की महाआरती की गई। कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, महापौर मीनल चौबे, और भाजपा के वरिष्ठ नेता सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।


🎭 सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छाया भोजपुरी और छत्तीसगढ़ी रंग

महादेव घाट पर सोमवार शाम 6 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही।

  • अंतर्राष्ट्रीय लोक गायिका स्वाती मिश्रा (राम आएंगे फेम, मुंबई) ने छठ गीतों की मनमोहक प्रस्तुति दी।

  • छत्तीसगढ़ी लोक कलाकार तिलक राजा साहू और केशरी साहू ने पारंपरिक लोकधारा के गीतों से समां बांधा।

छत्तीसगढ़ी और भोजपुरी संस्कृतियों का सुंदर संगम देखने को मिला, जहां दोनों समाजों ने मिलकर इस पर्व का आनंद लिया।


🌞 महादेव घाट में उमड़ी भीड़ और भव्य सजावट

महादेव घाट पर भारी भीड़ के बावजूद श्रद्धालुओं ने सुव्यवस्थित तरीके से पूजा की। घाट की सजावट, दीपों की रौशनी और गीतों की धुन ने माहौल को दिव्य बना दिया।
छठ महापर्व आयोजन समिति के प्रमुख राजेश कुमार सहित सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ता आयोजन में जुटे रहे।


📅 28 अक्टूबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर होगा समापन

चार दिवसीय छठ पर्व का समापन 28 अक्टूबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ होगा।
छत्तीसगढ़ के रायपुर, बिलासपुर, भिलाई-दुर्ग, कोरबा, अंबिकापुर, बस्तर सहित अन्य शहरों में भी छठ पूजा धूमधाम से मनाई जा रही है।
रायपुर में इस वर्ष 60 से अधिक घाटों — जैसे महादेव घाट, व्यास तालाब, तेलीबांधा तालाब आदि पर श्रद्धालु एकत्र हुए हैं।


🌸 छठ महापर्व: सूर्योपासना और स्वच्छता का प्रतीक

मान्यताओं के अनुसार, छठी मैया विश्व की सबसे बड़ी स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडर मानी जाती हैं। यह पर्व दुनिया का एकमात्र उत्सव है जिसमें डूबते और उगते सूर्य दोनों की पूजा की जाती है।
छठ पर्व को षष्ठी पूजा या सूर्य षष्ठी व्रत भी कहा जाता है। यह पर्व कार्तिक शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है।


🌍 देश-विदेश में मनाया जाने वाला पर्व

छठ पूजा मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और नेपाल के तराई क्षेत्रों में मनाई जाती है।
इसके साथ ही यह पर्व नेपाल, फिजी, मॉरिशस, सूरीनाम, गुयाना सहित कई देशों में बसे भारतीय मूल के लोगों द्वारा भी धूमधाम से मनाया जाता है।


📆 एक नजर में छठ पूजा 2025 की तिथियां:

तिथिआयोजन
25 अक्टूबर 2025नहाय-खाय की शुरुआत
26 अक्टूबर 2025खरना
27 अक्टूबर 2025डूबते सूर्य को अर्घ्य
28 अक्टूबर 2025उगते सूर्य को अर्घ्य और समापन
27 अक्टूबर शामभव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं महाआरती
27 अक्टूबर शामस्वाती मिश्रा द्वारा छठ गीतों की प्रस्तुति

✍️ CGSB News की राय

छठ पूजा सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि स्वच्छता, अनुशासन और लोकसंस्कृति का पर्व है। छत्तीसगढ़ में इस त्योहार ने जन-जन को जोड़ने का कार्य किया है।

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