CGSB News | भ्रष्टाचार = राष्ट्रद्रोह
रक्षाबंधन पर्व को ध्यान में रखते हुए आमजन को सुरक्षित और गुणवत्ता युक्त खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 04 से 06 अगस्त 2025 तक महासमुंद जिले में विशेष निरीक्षण अभियान चलाया गया। यह कार्रवाई आयुक्त, खाद्य सुरक्षा के निर्देश एवं कलेक्टर विनय कुमार लंगेह के मार्गदर्शन में, अभिहीत अधिकारी सह एसडीएम हरि शंकर पैकरा के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा अधिकारी शंखनाद भोई और चलित खाद्य प्रयोगशाला टीम द्वारा की गई।
🔍 अभियान के मुख्य तथ्य
कुल निरीक्षण स्थल: 16 होटल, रेस्टोरेंट, ठेला व मिठाई दुकानें
प्रारंभिक जांच: 90 खाद्य पदार्थ
07 अवमानक
02 असुरक्षित (तुरंत नष्ट)
81 मानक
विशेष मिठाई जांच (5-6 अगस्त): खोवा, कलाकंद, पेड़ा, मिनी पेड़ा, मोतीचूर लड्डू, सोनपापड़ी आदि 9 नमूने रायपुर स्थित राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भेजे गए।
31 जुलाई: घी, बंदी लड्डू, खोवा के 5 नमूने जांच हेतु संकलित।
21 जुलाई: पनीर, पका चावल, खोवा के 4 नमूने; 5 पनीर नमूनों में 1 मानक, 1 अवमानक।
📑 पूर्व और समानांतर कार्रवाइयाँ
1-2 अगस्त: एफएसएसएआई द्वारा अधिकृत हाइजीन रेटिंग ऑडिट एजेंसी से 14 होटल-रेस्टोरेंट का स्वच्छता ऑडिट।
पूर्व प्रशिक्षण: 06 मई को 441 फूड हैंडलर्स को स्वच्छता प्रशिक्षण और प्रमाण पत्र वितरण।
⚠ निर्देश व नियम
खाद्य पदार्थों के सीधे संपर्क में अखबारी कागज का प्रयोग वर्जित।
सभी कर्मचारियों की वार्षिक मेडिकल जांच व फॉस्टैक प्रशिक्षण अनिवार्य।
केवल अनुमत खाद्य रंगों का प्रयोग।
उपयोग किए जा रहे पानी की गुणवत्ता रिपोर्ट सुरक्षित रखी जाए।
📌 पिछले वर्ष का रिकॉर्ड
रक्षाबंधन 2024: 15 नमूनों में 02 अवमानक, 13 मानक; 71 खाद्य पदार्थों की मौके पर जांच, दोषियों पर ₹11,000 का जुर्माना।
मई 2025: ₹2,51,000 का दंड।
CGSB News विश्लेषण:
इस बार के अभियान में मिठाइयों और डेयरी उत्पादों की गहन जांच की गई है, ताकि रक्षाबंधन पर मिलावट और असुरक्षित खाद्य सामग्री आमजन तक न पहुंचे। नमूनों की रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कार्रवाई तय है।