रायपुर-विशाखापत्तनम कॉरिडोर घोटाले में कई अधिकारियों की संलिप्तता उजागर
रायपुर, 23 जुलाई 2025: भारतमाला परियोजना के तहत रायपुर-विशाखापत्तनम कॉरिडोर में मुआवजा घोटाले की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। शुरुआत में एक उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम), एक तहसीलदार, एक नायब तहसीलदार और तीन पटवारियों पर मामला दर्ज हुआ था। अब संभागायुक्त को भेजी गई शिकायत में कई अन्य अधिकारियों की संलिप्तता भी सामने आई है।
ग्राम कोलर में एक बड़े मामले का खुलासा हुआ है, जहां खसरा नंबर 305, जिसका रकबा 1.214 हेक्टेयर है, को अवैध रूप से 24 टुकड़ों में बांटकर 11.84 करोड़ रुपये का मुआवजा निकाला गया। दस्तावेज बताते हैं कि यह बंटवारा अधिसूचना जारी होने के बाद किया गया, जो स्पष्ट रूप से गड़बड़ी को दर्शाता है। इस खसरे के भूमिस्वामियों में यशवंत, तुलसीराम का पुत्र, और नाबालिग बच्चे शामिल हैं, जिन्हें आगे करके मुआवजा राशि का बंदरबांट किया गया। पटवारी संजीव खुदशाह, जो कोलर में लगातार तीन वर्षों तक तैनात रहे, ने भारतमाला परियोजना के प्रतिबंधों के बावजूद अवैध बंटवारा किया।
जमीन के और टुकड़े, और मुआवजा
एक अन्य मामले में, खसरा नंबर 308 (0.13 हेक्टेयर) और 309 (0.185 हेक्टेयर) को आठ टुकड़ों में बांटकर 1.61 करोड़ रुपये से अधिक का मुआवजा हासिल किया गया। भारतमाला परियोजना के तहत रायपुर में 43.600 किलोमीटर से 79.800 किलोमीटर (दुर्ग-रायपुर खंड) के लिए अधिग्रहण किया गया था। अभनपुर के तहत अधिसूचना के अनुसार, कोलर में कुल 62 खसरों के लिए मुआवजा निर्धारित किया गया।
इन अधिकारियों पर शिकायत
जांच में कई एसडीएम और तहसीलदारों के नाम सामने आए हैं। शिकायत में शामिल एसडीएम हैं:
हरवंश सिंह मिरी (कार्यकाल: 18 मई 2018 – 21 जनवरी 2019)
सूरज कुमार साहू (कार्यकाल: 22 जनवरी 2019 – 15 अक्टूबर 2020)
निर्भय कुमार साहू (कार्यकाल: 15 अक्टूबर 2020 – 1 जून 2023)
जगन्नाथ वर्मा (कार्यकाल: 15 जून 2023 – 5 जनवरी 2024)
शिकायत में शामिल तहसीलदार और नायब तहसीलदार हैं:
पार्वती पटेल (कार्यकाल: 25 अप्रैल 2018 – 23 अगस्त 2018)
शशिकांत कुर्रे (कार्यकाल: 23 अगस्त 2018 – 29 जून 2021)
कृष्ण कुमार साहू (कार्यकाल: 29 जून 2021 – 4 अक्टूबर 2021)
पवन सिंह ठाकुर (कार्यकाल: 4 अक्टूबर 2021 – 31 जुलाई 2023)
नायब तहसीलदार लखेश्वर किरण (कार्यकाल: 1 जनवरी 2021 – 8 सितंबर 2021)
मुकेश कुमार कोठारी (कार्यकाल: 8 सितंबर 2021 – 7 मार्च 2022)
सीमा मरकाम (कार्यकाल: 6 दिसंबर 2021 – 31 जुलाई 2023)
जांच जारी
जांच अभी चल रही है, और अधिकारी आरोपित व्यक्तियों की भूमिका और घोटाले के तरीकों की गहराई से पड़ताल कर रहे हैं। जमीन को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटकर मुआवजा राशि बढ़ाने की इस साजिश ने परियोजना में निगरानी और जवाबदेही पर गंभीर सवाल उठाए हैं। जांच के आगे बढ़ने पर और अपडेट की उम्मीद है।