Home » सोशल मीडिया ऐप्स बने साइबर ठगी का नया टूल, सेक्सटॉर्शन के मामलों में तेजी

सोशल मीडिया ऐप्स बने साइबर ठगी का नया टूल, सेक्सटॉर्शन के मामलों में तेजी

An image depicting the dangers of sextortion via social media apps. The scene shows a shadowy figure sitting behind a computer screen, with multiple social media icons floating around them. The figure is extracting profile pictures and mobile numbers from these icons. On the screen, a video call window is open, showing a blurred image of a woman, with the shadowy figure holding a mobile phone in one hand, hinting at blackmail. The background is dark and ominous, emphasizing the threat and malicious intent.बिलासपुर, 27 अगस्त 2024 – सोशल मीडिया के बढ़ते उपयोग के साथ-साथ साइबर अपराधियों ने ठगी के नए-नए तरीके विकसित कर लिए हैं। इन दिनों, साइबर ठगी का एक खतरनाक रूप “सेक्सटॉर्शन” के रूप में सामने आया है, जिसमें ठग सोशल मीडिया प्रोफाइल्स से मोबाइल नंबर और फोटो निकालकर लोगों को निशाना बना रहे हैं।

सेक्सटॉर्शन: ठगी का नया तरीका

साइबर ठग, सोशल मीडिया पर महिलाओं या युवतियों की फर्जी प्रोफाइल बनाकर, लोगों से संपर्क करते हैं। ये ठग वीडियो कॉल के जरिए आपत्तिजनक स्थिति में वीडियो रिकॉर्ड कर लेते हैं। इसके बाद, इन वीडियो का इस्तेमाल कर ठग पीड़ितों से पैसे की मांग करते हैं, और ऐसा न करने पर वीडियो को सार्वजनिक करने की धमकी देते हैं।

बिलासपुर में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां पीड़ितों को ठगों ने युवतियों की फोटो और वीडियो का उपयोग कर फंसाया। इनमें से कई मामले पुलिस तक पहुंच नहीं पाते, क्योंकि पीड़ित बदनामी के डर से चुप रह जाते हैं।

प्रमुख मामले

  • केस नं. 1: कोनी थाना क्षेत्र में एक रिटायर्ड तहसीलदार को 10 लाख रुपये का सेक्सटॉर्शन भुगतना पड़ा। ठगों ने उनका आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने की धमकी दी थी। पुलिस ने इस मामले में राजस्थान से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।
  • केस नं. 2: सरकंडा क्षेत्र में एक किसान से ठगों ने 5.5 लाख रुपये वसूल किए। साइबर ठगों ने सोशल मीडिया पर युवती की फर्जी प्रोफाइल से दोस्ती कर उसे फंसाया और फिर वीडियो कॉल कर सेक्सटॉर्शन का शिकार बनाया।
  • केस नं. 3: सिविल लाइन थाना क्षेत्र में एक प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी को साइबर ठगों ने वीडियो कॉल के जरिए फंसाया। पहले ठगों ने आपत्तिजनक वीडियो बनाया, फिर क्राइम ब्रांच और यूट्यूब अधिकारी बनकर उससे पैसे की मांग की गई।

पुलिस की सलाह

बिलासपुर पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे अनजान नंबरों से आने वाली वीडियो कॉल को इग्नोर करें और सोशल मीडिया पर अपनी प्राइवेसी सेटिंग्स को मजबूत रखें। किसी भी साइबर ठगी का शिकार होने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि वे कभी भी पैसे की मांग नहीं करते, अगर कोई व्यक्ति पुलिस के नाम पर पैसे मांग रहा है तो वह एक ठग है।

कैसे बचें सेक्सटॉर्शन से?

  1. सोशल मीडिया प्राइवेसी सेटिंग्स: अपनी फोटो और मोबाइल नंबर को केवल परिचित लोगों तक ही सीमित रखें।
  2. अजनबियों से दूरी: किसी भी अनजान व्यक्ति से वीडियो कॉल या चैटिंग न करें।
  3. सतर्कता: किसी भी अनजान नंबर से आए वीडियो कॉल को इग्नोर करें और तुरंत पुलिस को सूचित करें।

सेक्सटॉर्शन और अन्य साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों को देखते हुए सतर्कता और जागरूकता बेहद जरूरी है। पुलिस का कहना है कि वे इस तरह के मामलों में हर संभव सहायता प्रदान करेंगे, लेकिन लोगों को भी अपनी सुरक्षा के लिए सतर्क रहना होगा।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *