पेरिस: बैडमिंटन के पुरुष एकल कांस्य पदक मैच में सोमवार को भारत के 22 वर्षीय लक्ष्य सेन का मुकाबला मलेशिया के ली ज़ी जिया से होगा। यह मैच भारतीय खेल प्रेमियों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि लक्ष्य सेन के पास पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत का चौथा कांस्य पदक जीतने का सुनहरा अवसर है।
सेमीफाइनल में कड़ा मुकाबला
लक्ष्य सेन ने सेमीफाइनल में शानदार प्रदर्शन किया था, जहां उन्होंने विक्टर एक्सेलसन के खिलाफ कड़ा मुकाबला किया। पहले गेम में 20-17 से आगे होने के बावजूद, एक्सेलसन ने 20-20 से बराबरी की और फिर गेम को 22-20 से अपने पक्ष में कर लिया। दूसरे गेम में भी लक्ष्य ने शुरुआत में 7-0 की बढ़त बनाई थी, लेकिन एक्सेलसन ने तेजी से वापसी करते हुए मैच को दो गेम में जीत लिया। एक्सेलसन ने बाद में स्वीकार किया कि लक्ष्य सेन ने कई मौकों पर खेल पर अपना दबदबा बनाया था।
इतिहास रच चुके हैं लक्ष्य सेन
कांस्य पदक के इस मुकाबले से पहले ही लक्ष्य सेन पेरिस में इतिहास रच चुके हैं। वह ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष शटलर हैं। उनसे पहले केवल साइना नेहवाल और पीवी सिंधु ही सेमीफाइनल में पहुंची थीं और दोनों ने पदक जीते थे। अगर लक्ष्य सेन ली ज़ी जिया के खिलाफ जीत हासिल करते हैं, तो यह पेरिस ओलंपिक में भारत का चौथा कांस्य पदक होगा। अब तक भारत ने सभी कांस्य पदक जीते हैं।