रायपुर | CGSB NEWS
छत्तीसगढ़ के रेलवे नेटवर्क को और अधिक मजबूत और कुशल बनाने के लिए भारतीय रेलवे ने एक अहम फैसला लिया है। रेलवे बोर्ड ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) के दो प्रमुख रेलखंडों — दगोरी-निपानिया और दाधापारा-बिलासपुर — में चौथी रेल लाइन परियोजना को मंजूरी दे दी है। यह परियोजना न केवल यात्री सुविधाओं को बढ़ाएगी, बल्कि ट्रेनों की रफ्तार और संचालन क्षमता में भी बड़ा बदलाव लाएगी।
✅ दो महत्वपूर्ण खंडों में परियोजना को मंजूरी
रेलवे बोर्ड से मिली स्वीकृति के अनुसार, रायपुर-बिलासपुर रेलमार्ग के दगोरी से निपानिया तक 6.86 किमी लंबे खंड पर ₹173.33 करोड़ और दाधापारा से बिलासपुर तक 3.48 किमी के खंड पर ₹60.94 करोड़ की लागत से चौथी लाइन बिछाई जाएगी। इन दोनों परियोजनाओं में सिविल वर्क, इलेक्ट्रिकल सिस्टम, ट्रैक्शन इंफ्रास्ट्रक्चर, सिग्नलिंग और टेलीकॉम से जुड़े सभी कार्य शामिल होंगे।
🚆 परियोजना से जुड़े अहम तथ्य:
खंड | लंबाई | लागत |
---|---|---|
दगोरी – निपानिया | 6.86 किमी | ₹173.33 करोड़ |
दाधापारा – बिलासपुर | 3.48 किमी | ₹60.94 करोड़ |
कुल लागत | 10.34 किमी | ₹234.27 करोड़ |
🔧 क्यों जरूरी है चौथी रेल लाइन?
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे देश के सबसे व्यस्त रेलवे ज़ोन में से एक है। यह क्षेत्र हावड़ा-मुंबई मार्ग जैसे हाई ट्रैफिक रूट का हिस्सा है, जहां यात्री और मालगाड़ियों की आवाजाही अत्यधिक रहती है। वर्तमान में बिलासपुर-झारसुगुड़ा रेलखंड पर पहले से चौथी लाइन का निर्माण कार्य तेजी से जारी है और इसका बड़ा हिस्सा चालू भी हो चुका है। अब रायपुर-बिलासपुर सेक्शन में नई चौथी लाइन जुड़ने से इस रूट पर ट्रैफिक लोड का बेहतर प्रबंधन संभव होगा।
🚄 ट्रेन रफ्तार और संचालन में क्रांतिकारी बदलाव
रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, चौथी लाइन से ट्रेनों की समयबद्धता में सुधार, संचालन में लचीलापन, और नेटवर्क क्षमता में उल्लेखनीय बढ़ोतरी होगी। वर्तमान में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ज़ोन में 140 से अधिक ट्रेनें चल रही हैं जिनकी औसत रफ्तार 110 किमी/घंटा है। योजना है कि इन्हें 130 किमी/घंटा तक बढ़ाया जाए।
🧑🏭 रोजगार और स्थानीय विकास को मिलेगा बढ़ावा
इस परियोजना से जहां परिचालन दक्षता में सुधार होगा, वहीं स्थानीय स्तर पर सैकड़ों श्रमिकों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। रेलवे की यह पहल न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक साबित होगी, बल्कि क्षेत्रीय आर्थिक विकास को भी गति देगी।
🌐 झारसुगुड़ा-नागपुर चौथी लाइन की ओर बढ़ते कदम
रेलवे ने जानकारी दी है कि झारसुगुड़ा से बिलासपुर के बीच 206 किमी लंबी चौथी लाइन परियोजना लगभग पूर्णता की ओर है। वर्तमान में नागपुर तक केवल तीन लाइनें उपलब्ध हैं। झारसुगुड़ा-नागपुर खंड पर चौथी लाइन बन जाने से इस पूरे रूट पर गति और संचालन में बड़ी उन्नति होगी।
🎉 यात्रियों में खुशी की लहर
जैसे ही इस परियोजना की मंजूरी की खबर आम हुई, रेल यात्रियों और स्थानीय नागरिकों में उत्साह और खुशी की लहर देखने को मिली। यात्रियों को अब न सिर्फ बेहतर सेवाएं मिलेंगी, बल्कि समय और सुविधा दोनों की बचत होगी।
📌 CGSB NEWS का विशेष संदेश
“भ्रष्टाचार = राष्ट्रद्रोह”
हम ऐसी हर परियोजना की निगरानी रखेंगे जिससे आम जनता को लाभ हो और विकास पारदर्शी तरीके से हो। CGSB News आपके हक की आवाज़ है — सच्चाई, निष्पक्षता और निडरता के साथ।