बिलासपुर – जिला प्रशासन ने कलेक्टर अवनीश शरण के आदेश पर शैक्षणिक संस्थानों और अस्पतालों के आसपास तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर कड़ी कार्रवाई की है। बुधवार को एसडीएम अतुल वैष्णव और तहसीलदार की अगुवाई में एक विशेष अभियान के तहत कोनी क्षेत्र में आठ दुकानों को सील कर दिया गया। इस कार्रवाई की खास बात यह थी कि अधिकारियों ने खुद ग्राहक बनकर दुकानदारों से तंबाकू की मांग की, और जैसे ही उन्हें उत्पाद मिले, उन्होंने मौके पर ही छापेमारी कर दी।
अनोखी रणनीति
कलेक्टर के आदेश के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने कार्रवाई से पहले एक अनोखी रणनीति अपनाई। एसडीएम और तहसीलदार ने ग्राहक बनकर दुकानों का निरीक्षण किया और जर्दा व तंबाकू उत्पादों की मांग की। दुकानदारों के उत्पाद देने पर तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी गई। एसडीएम अतुल वैष्णव ने बताया कि यह कदम उन दुकानदारों के लिए एक सख्त संदेश है जो नियमों की अनदेखी कर रहे थे।
शैक्षणिक हब के आसपास की कार्रवाई
कोनी क्षेत्र, जो शहर का प्रमुख शैक्षणिक हब है, में स्थित सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज और गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के परिसर से सटी आठ दुकानों को सील किया गया है। यहां जिले के प्रमुख विश्वविद्यालय, आईटीआई, पॉलिटेक्निक कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थान मौजूद हैं, जहां हर दिन हजारों छात्र पढ़ाई के लिए आते हैं। इन दुकानों में तंबाकू उत्पाद बेचे जा रहे थे, जो कि नियमों के खिलाफ है।
आगे की कार्रवाई की चेतावनी
प्रशासन ने इस कार्रवाई के बाद अन्य दुकानदारों को भी सख्त चेतावनी दी है। बड़ी संख्या में दुकानों पर छापेमारी की गई, जहां तंबाकू और जर्दा से संबंधित उत्पाद बेचे जा रहे थे। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी अगर तंबाकू संबंधी नियमों का उल्लंघन किया गया, तो संबंधित दुकानदारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
समाज में सकारात्मक प्रभाव
इस कार्रवाई के बाद इलाके में सकारात्मक प्रभाव देखा गया है। छात्रों और स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन की इस पहल की सराहना की है, जिससे शैक्षणिक संस्थानों और अस्पतालों के आसपास साफ-सुथरा और सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित किया जा सकेगा।
प्रशासन की सख्त कार्रवाई जारी
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी, और किसी भी प्रकार के नियम उल्लंघन पर कठोर कदम उठाए जाएंगे।