बसना (कोटगढ़) | CGSB NEWS
सड़कें ही विकास की रीढ़ — पर यहां हालत चिंताजनकसरायपाली विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आने वाला पिरदा–चनाट मार्ग इन दिनों अपनी बदहाली के कारण सुर्खियों में है। यह मार्ग न केवल बसना–कोटगढ़ क्षेत्र के ग्रामीणों के लिए बल्कि आसपास के गांवों के सैकड़ों लोगों के रोजमर्रा के आवागमन का प्रमुख जरिया है।
सड़क की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि अब यहां गहरे गड्ढों और दलदली रास्तों से गुजरना एक जोखिम भरा काम बन गया है। विशेषकर पिरदा गांव में स्थित श्याम सलोना वस्त्रालय से लेकर तरेकेला मोड़ तक सड़क की हालत अत्यंत दयनीय है।
विकास की राह में रोड़ा बनी जर्जर सड़क
सड़कें किसी भी क्षेत्र के आर्थिक, सामाजिक और मानवीय विकास की मूलभूत आवश्यकता होती हैं। अच्छी सड़कें न केवल समय और ईंधन की बचत करती हैं, बल्कि दुर्घटनाओं और जनहानि की संभावना को भी कम करती हैं।
यह मार्ग भटगांव कोल को सीधे जोड़ता है, जिससे व्यापारिक और रोज़मर्रा की गतिविधियों में भी सहूलियत मिलती है। लेकिन वर्तमान में टूटी-फूटी सड़कें वाहन चालकों और पैदल यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन चुकी हैं।
ग्रामीणों की आवाज – कब होगी सुनवाई?
ग्रामीणों का कहना है कि यह मार्ग वर्षों से उपेक्षा का शिकार है। बरसात के मौसम में यहां चलना भी मुश्किल हो जाता है, जिससे बच्चों का स्कूल जाना, मरीजों को अस्पताल ले जाना और रोज़मर्रा का व्यापार ठप पड़ जाता है।
💬 एक ग्रामीण युवक ने बताया –
“पिरदा से तरेकेला तक हर 20 मीटर पर गड्ढा है। बाइक से चलना तो दूर, पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। प्रशासन सिर्फ चुनाव के समय सड़क की याद करता है।”
राजनीतिक सवाल – क्या महिला विधायकों की चुप्पी टूटेगी?
यह मार्ग दलदली (महासमुंद जिला, सरायपाली विधानसभा) से होकर आगे खपराखोल (चारपाली) तक पहुंचता है, जो बिलाईगढ़ विधानसभा (जिला सारंगढ़–बिलाईगढ़) का हिस्सा है। यह दोनों ही विधानसभा क्षेत्र वर्तमान में विपक्षी दल कांग्रेस की मुखर महिला विधायक के अधीन हैं।
अब सवाल यह है कि क्या ये दोनों महिला विधायक मिलकर इस बहुप्रतीक्षित सड़क मरम्मत कार्य के लिए कोई ठोस पहल करेंगी? या यह मुद्दा भी राजनीति की रेत में दबकर रह जाएगा?
डामरीकरण से मिलेगी बड़ी राहत
यदि इस मार्ग का समुचित डामरीकरण कर दिया जाए, तो यह क्षेत्र न केवल शिवरीनारायण और कोरबा जैसे नगरों से बेहतर जुड़ सकेगा, बल्कि क्षेत्रीय जनता को आवागमन में सुविधा, समय और संसाधनों की बड़ी बचत भी होगी।
📣 CGSB NEWS की अपील:
जनता की यह मूलभूत मांग अब सिर्फ चुनावी घोषणा न बनकर जमीनी हकीकत बननी चाहिए। सड़क निर्माण की दिशा में प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को तुरंत कदम उठाने होंगे, नहीं तो यह मुद्दा आने वाले समय में राजनीतिक चर्चा का बड़ा विषय बन सकता है।